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Digital Arrest: Fake Police ने 13 लाख ठगे! Noida की लड़की से Cyber Crime का सबसे बड़ा जाल!


🚨 Digital Arrest: LIVE ठगी का खुलासा!

क्या आप सोच सकते हैं कि एक कॉल आपकी जिंदगी को नर्क बना सकता है? नोएडा की एक युवती के साथ ऐसा ही हुआ! एक फर्जी पुलिस अधिकारी के द्वारा उसे डिजिटल अरेस्ट में फंसा लिया गया और 13 लाख रुपये की ठगी कर दी गई। यह मामला एक गंभीर साइबर अपराध का है, जिसने सभी को चौंका दिया। इस वीडियो में जानिए इस धोखाधड़ी के पूरे सच को और कैसे साइबर अपराधियों से बच सकते हैं।


Video में जानिए:

  • Digital Arrest का असली सच: क्या होता है डिजिटल अरेस्ट और यह कैसे काम करता है?
  • कैसे पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की गई? फर्जी अधिकारियों ने युवती से कैसे ठगी की?
  • साइबर अपराधियों से बचने के उपाय: जब भी कोई संदिग्ध कॉल आए तो क्या कदम उठाए?

🚨 अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल आए, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।


क्या हुआ था नेहा के साथ?

शाहगंज की रहने वाली नेहा, जो नोएडा की एक प्रतिष्ठित कंपनी में काम करती थीं, को 8 फरवरी को एक अजीब कॉल आया। कॉल करने वाला खुद को ‘ब्लू डार्ट कोरियर’ का कर्मचारी बता रहा था और उसने नेहा को एक चौंकाने वाली जानकारी दी।

कॉल करने वाले ने बताया कि नेहा के नाम से बैंकॉक भेजे जा रहे पार्सल में 500 ग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स, 5000 अमेरिकी डॉलर, फर्जी पासपोर्ट और अन्य चीजें मिलीं। इस खबर से नेहा के होश उड़ गए! इसके बाद, आरोपी ने दावा किया कि नेहा का आधार कार्ड उत्तराखंड और गोवा में इस्तेमाल हुआ है, और फिर शुरू हुआ धोखे का असली खेल।

इस क्यूट मामले में आरोपी ने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर नेहा को CBI का नोटिस भेजा, जिसमें उसका आधार नंबर भी था। नेहा को 90 दिन की कस्टडी की धमकी दी गई! और फिर उसने कहा, “तुम निर्दोष लग रही हो, इसलिए तुम्हें एक मौका दूंगा…” और यहीं से शुरू हुआ ‘डिजिटल अरेस्ट’ का असली खेल!


कैसे हुई ठगी?

नेहा को ‘सेल्फ अरेस्ट’ में रहने के लिए कहा गया और स्काइप ऐप के माध्यम से संपर्क में रहने की सख्त हिदायत दी गई। इस दौरान उसने 12.50 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए! फिर 91 हजार और मांगे गए, और यह रकम भी उसने गूगल पे से ट्रांसफर कर दी। ठगों ने वादा किया कि अगले दिन उसके पैसे वापस आ जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

जब पैसे वापस नहीं आए, तो नेहा ने अपने पिता को सारी बात बताई और मामला पुलिस तक पहुंचा। साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज की गई और पुलिस अब इस हाई-टेक ठग गिरोह को ट्रेस करने की कोशिश कर रही है।


साइबर अपराध से बचने के उपाय:

यदि आपको कभी ऐसे संदिग्ध कॉल आएं तो ध्यान रखें:

  • किसी भी सरकारी अधिकारी को बिना पुष्टि किए पैसे न दें।
  • किसी भी संदिग्ध कॉल को तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर रिपोर्ट करें।
  • अपने बैंक और व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें।
  • सोशल मीडिया पर ज्यादा जानकारी साझा करने से बचें।
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